संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
बलरामपुर रामानुजगंज में बजरंग दल के जिला सहसंयोजक सुजीत स्वर्णकार की हाल ही में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस मामले में करंट लगने से मौत होना बताया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बावजूद, विश्व हिंदू परिषद (विहप) एवं बजरंग दल पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और लगातार निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
जन आक्रोश मशाल जुलूस का आयोजन
सुजीत स्वर्णकार की मौत के विरोध में विहप एवं बजरंग दल ने एक विशाल जन आक्रोश मशाल जुलूस का आयोजन किया। इस जुलूस का शुभारंभ महामाया मंदिर के पास से हुआ और नगर के प्रमुख चौक-चौराहों से होता हुआ भारत माता चौक पहुंचा। वहाँ पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जहाँ कार्यकर्ताओं ने सुजीत को श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख वक्ताओं का उद्बोधन
भारत माता चौक पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बजरंग दल के जिला संयोजक जस्सू केसरी ने कहा, “सुजीत स्वर्णकार की हत्या हुई है, लेकिन पुलिस की कार्रवाई अभी तक संतोषजनक नहीं है।” उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग को दोहराया और कार्यकर्ताओं से न्याय की लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया।
विहप एवं बजरंग दल का असंतोष
विहप एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस द्वारा की गई जांच अधूरी है और मामले को ठीक से नहीं संभाला गया है। वे चाहते हैं कि जांच में पारदर्शिता हो और दोषियों को सख्त सजा मिले।
विशाल उपस्थिति और समर्थन
जन आक्रोश मशाल जुलूस में नयन गुप्ता, सूरज कश्यप, निहाल कश्यप, सुशील मेहरा, आकाश ठाकुर, सौरभ श्रीवास्तव, रंजन शर्मा, प्रहलाद यादव, सूरज पासवान, कृष्णा पासवान, आर्यन गुप्ता, निशान ठाकुर, शंकर शर्मा, विद्यासागर पटेल, विशाल कुमार, सचिन पासवान, गौतम गुप्ता, ऋषि पासवान, आनंद विश्वकर्मा, हरिनंदन ठाकुर, सोनू पासवान, विशाल कश्यप, आनंद कश्यप, अरुण कश्यप, आकाश कश्यप सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में न्याय की मांग की और सुजीत की मौत के पीछे की सच्चाई उजागर करने की बात कही।
पुलिस पर सवाल और जनता की उम्मीदें
इस पूरे प्रकरण ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता और कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेंगे और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेंगे।
सुजीत स्वर्णकार की मौत ने बलरामपुर रामानुजगंज में जन आक्रोश को भड़का दिया है। विहप और बजरंग दल के कार्यकर्ता पुलिस जांच से असंतुष्ट हैं और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। जनता की भावनाएं और न्याय की पुकार इस मामले को और भी गंभीर बना रही हैं। भविष्य में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में कैसे कार्रवाई करते हैं और जनता को न्याय दिलाने में कितना सफल होते हैं।